रविवार, तारीख़ 17/02/2019 को विदुषी और रचनाकार अर्चना वर्मा के अप्रत्याशित निधन से हम सभी स्तब्ध हैं. वे कुछ वर्ष पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से सेवानिवृत्त हुई थीं. उनकी पहचान एक समर्थ रचनाकार, आलोचक और सम्पादक के रूप … Continue reading
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आज, तारीख़ 29 जनवरी/2019 को जलेस के केंद्रीय कार्यालय में जन संस्कृति मंच, दलित लेखक संघ, न्यू सोशलिस्ट इनीशिएटिव, रमणिका फाउंडेशन, साहित्य वार्ता, प्रगतिशील लेखक संघ और जनवादी लेखक संघ के प्रतिनिधियों की एक सभा ने यह बयान जारी किया: … Continue reading
नयी दिल्ली, 25 जनवरी : हमारी भाषा की अप्रतिम गद्यकार कृष्णा सोबती का इंतकाल साहित्यप्रेमियों और लेखकों को शोक-संतप्त कर देने वाली सूचना है. वे दिल्ली के सफदरजंग स्थित आर्षलोक अस्पताल में भर्ती थीं जहां आज सुबह 8-30 बजे उन्होंने … Continue reading
नयी दिल्ली ः 29 अक्टूबर ः उर्दू के नामचीन अदीब, पद्मश्री क़ाज़ी अब्दुल सत्तार साहब का इंतकाल हिंदी-उर्दू की अदबी दुनिया और तरक्क़ीपसंद-जम्हूरियतपसंद तहरीक के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. वे 85 वर्ष के थे. उनके उपन्यासों में से … Continue reading
स्मृति-शेष श्री विष्णु खरे को सादर नमन नयी दिल्ली :19 सितंबर : विष्णु खरे जी का जाना हिंदी की साहित्यिक-बौद्धिक दुनिया के लिए बहुत गहरा आघात है। कई दिनों से दिल्ली के जी बी पंत अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष … Continue reading
जयपुर कार्यशाला : (30 सितंबर-2 अक्टूबर 2018) कार्ल मार्क्स की दो सौवीं जयंती के अवसर पर *रचना-प्रक्रिया और विचारधारा* कार्यशाला के सत्रों की रूपरेखा 30 सितंबर, रविवार 11.00-1.30 बजे कार्यशाला स्थल पर प्रतिभागियों का पंजीकरण, कक्ष-आवंटन तथा … Continue reading
महाभारत के अध्येता और विशेषज्ञ, बंगाली लेखक समीन अहमद के ख़िलाफ़ हिंसक सांप्रदायिक अभियान चलानेवालों पर कड़ी कार्रवाई हो नयी दिल्ली : 8 सितंबर : सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से हिंदुत्ववादी ताक़तें जिन कारगुज़ारियों में मुब्तिला रहती हैं, उन्हीं में … Continue reading
अपील लेखकों, बुद्धिजीवियों, कलाकारों के नाम चलो जंतर मंतर 5 सितंबर 2018 सुबह 9:30 बजे भारत के लाखों मज़दूर, किसान और दलित शोषित अवाम आ रहे हैं दिल्ली एक ऐतिहासिक विशाल रैली में, उस शोषण और जुल्मोसितम के ख़िलाफ़ जो … Continue reading
नयी दिल्ली : 28 अगस्त : पहली जनवरी को हुई भीमा-कोरेगांव की भयावह दलित-विरोधी हिंसा के बाद से पुणे पुलिस असली गुनहगारों को पकड़ने के बजाय लगातार मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है। 6 जून को उसने छह मानवाधिकार … Continue reading
जलेस के 1982 के ‘घोषणापत्र’ में ‘हरिजन’ शब्द के प्रयोग पर विवाद जनवादी लेखक संघ की वेबसाइट पर मौजूद उसके 1982 में पारित ‘घोषणापत्र’ में ‘हरिजन’ शब्द के प्रयोग को लेकर कुछ मित्रों ने विवाद खड़ा किया है। इस … Continue reading