नयी दिल्ली 24 अक्टूबर 2021 : हिंदी के गंभीर शोधार्थी, आलोचक और कवि भारत यायावर का आकस्मिक निधन स्तब्ध कर देनेवाला है। 1954 में जन्मे श्री यायावर हज़ारीबाग़ में रहते थे। फणीश्वर नाथ रेणु और महावीर प्रसाद द्विवेदी के वे अधिकारी विद्वान थे। उनके द्वारा लिखी गई फणीश्वर नाथ रेणु की जीवनी का पहला खंड हाल ही में प्रकाशित हुआ था। ‘एक ही परिवेश’, ‘झेलते हुए’, ‘बेचैनी’, ‘हाल फिलहाल’ उनके प्रकाशित कविता-संग्रह हैं। उनके जाने से हिंदी ने एक संजीदा कवि और दुर्लभ सामग्रियों को खोजकर सामने लानेवाला अनुसंधित्सु खो दिया है। जनवादी लेखक संघ दिवंगत भारत यायावर को भावपूर्ण आदरांजलि समर्पित करता है।