जनवादी लेखक संघ का नौवां राष्ट्रीय सम्मेलन : संक्षिप्त रिपोर्ट

जनवादी लेखक संघ का नौवां राष्ट्रीय सम्मेलन संक्षिप्त रिपोर्ट धनबाद (झारखंड) में जनवादी लेखक संघ का नौवां राष्ट्रीय सम्मेलन 27-28 जनवरी को स्थानीय न्यू टाउन हॉल में बनाये गये ‘दूधनाथ सिंह नगर’ में संपन्न हुआ। यह सम्मेलन मुक्तिबोध और त्रिलोचन … Continue reading

स्मृति-शेष : दूधनाथ सिंह

नयी दिल्ली : 17-1 :  गांधी शांति प्रतिष्ठान, नयी दिल्ली के सभागार में 11 जनवरी को दिवंगत हुए, हिन्दी के अतुलनीय कथाकार-कवि-आलोचक दूधनाथ सिंह की याद में जनवादी लेखक संघ, प्रगतिशील लेखक संघ और जन संस्कृति मंच के संयुक्त आयोजन … Continue reading

अलविदा, चिरयुवा साथी दूधनाथ सिंह

नयी दिल्ली : 12 जनवरी 018 : ‘आख़िरी क़लाम’ जैसे अविस्मरणीय महाकाव्यात्मक उपन्यास और ‘रक्तपात’, ‘रीछ’, ‘धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे’, ‘माई का शोकगीत’ जैसी लम्बे समय तक चर्चा में बनी रहने वाली कहानियों के लेखक, जनवादी लेखक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय … Continue reading

राजकुमार सैनी का निधन

नयी दिल्ली : 5 जनवरी 018 : प्रगतिशील आन्दोलन से जुड़े कवि, कथाकार और आलोचक श्री राजकुमार सैनी का निधन शोक-संतप्त करने वाली सूचना है. लम्बी बीमारी के बाद आज दिल्ली के एक अस्पताल में उनका देहांत हुआ. दिल्ली में … Continue reading

जलेस के राष्ट्रीय सम्मलेन (27-28 जनवरी 2018) के बारे में

जलेस के राष्ट्रीय सम्मलेन (27-28 जनवरी 2018) में अब एक महीने से कम का समय रह गया है. आशा है, आपके राज्य से आनेवाले साथियों की अंतिम सूची तैयार हो गयी होगी. अगर राज्य सचिव अपने-अपने राज्य में संपर्क कर … Continue reading

कुंवर नारायण नहीं रहे

‘इन गलियों से बेदाग़ गुज़र जाता तो अच्छा था और अगर दाग ही लगना था तो फिर       कपड़ों पर मासूम रक्त के छींटे नहीं आत्मा पर किसी बहुत बड़े प्यार का जख्म होता       जो कभी न भरता’ भारतीय … Continue reading

राधेश्याम उपाध्याय का निधन

मुंबई जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष राधेश्याम उपाध्याय का दिनांक 21अक्टूबर को सुबह आठ बजे हृदयाघात के कारण निधन हो गया। वे लगभग 83 वर्ष के थे। उपाध्याय जी मुंबई व महाराष्ट्र जनवादी लेखक संघ के संस्थापक सदस्यों में से … Continue reading

नन्द कुमार उन्मन नहीं रहे

नयी दिल्ली : 25 अक्टूबर : ‘प्रलय की विभीषिका में / शीत झेलते / नौका पर परंपरागत / बीज को ढोते / मैं मनुस्मृति नहीं गढ़ सकता / मुझे उगाने होंगे / घने अंधेरे में / चेतना के अंकुर / … Continue reading

प्रो. कांचा इलैया शेफ़र्ड के पक्ष में

नयी दिल्ली: 2 अक्टूबर: दलित चिंतक प्रो. कांचा इलैया शेफ़र्ड ने पिछले एक हफ़्ते से अपने को हैदराबाद के अपने घर में बंद कर रखा है। कारण है, उनकी किताब ‘पोस्ट-हिन्दू इंडिया’ के एक अध्याय पर आर्य वैश्य समुदाय की … Continue reading

बीएचयू में छात्राओं पर दमन

नयी दिल्ली : 24 सितंबर : ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के जवाबी नारे ‘बचेगी बेटी तो पढ़ेगी बेटी’ के साथ सड़क पर उतरी बीएचयू की छात्राओं पर बर्बर लाठीचार्ज करवाकर बीएचयू प्रशासन, उत्तरप्रदेश सरकार और फ़ासीवादी आरएसएस ने अपने को … Continue reading